गुजरात के मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र पटेल ने श्रमिकों के लिए अंत्योदय श्रमिक सुरक्षा दुर्घटना बीमा योजना का उद्घाटन किया। यह पहल डाक विभाग, इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक और श्रम एवं रोजगार मंत्रालय के बीच एक सहयोगात्मक प्रयास है। योजना का पायलट लॉन्च खेड़ा जिले में ई-श्रम पोर्टल के समन्वय से गुजरात के नाडियाड में हुआ।
Introduction
श्रम योगियों (श्रमिकों) को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से परीक्षण के आधार पर इस अनूठी योजना को शुरू करने वाला गुजरात देश का पहला राज्य बन गया है। इस योजना का उद्देश्य दुर्घटनाओं या मृत्यु के मामले में सहायता प्रदान करके श्रमिकों को वित्तीय स्थिरता प्रदान करना है। श्रमिक 289 से 499 रुपये तक का प्रीमियम भुगतान करके मृत्यु या आंशिक विकलांगता के लिए लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
किसी श्रमिक की दुर्भाग्यपूर्ण मृत्यु की स्थिति में, उनके परिवार को 10 लाख रुपये का मुआवजा मिलेगा, जबकि किसी दुर्घटना के कारण स्थायी विकलांगता के कारण श्रमिक 10 लाख रुपये की राशि के पात्र होंगे। इसके अलावा, इस योजना में मृत श्रमिकों के बच्चों के लिए 1 लाख रुपये की शिक्षा सहायता भी शामिल है।
मुख्यमंत्री ने प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में स्थापित सुशासन पर जोर दिया, जहां सरकार पूरे देश में लोगों के कल्याण को प्राथमिकता देती है। प्रधानमंत्री की विकासोन्मुख नीतियों से गुजरात को बहुत फायदा हुआ है, विभिन्न सरकारी योजनाओं से जीवन स्तर में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। उल्लिखित कुछ उल्लेखनीय योजनाओं में नल से जल योजना (नल से पानी), आयुष्मान कार्ड (स्वास्थ्य बीमा), विधवा पेंशन, उज्वला (मुफ्त एलपीजी गैस कनेक्शन), और स्वच्छ भारत मिशन (स्वच्छ भारत मिशन) शामिल हैं।
मुख्यमंत्री ने गंगास्वरूप योजना के माध्यम से लाभार्थियों को लाभ प्रदान करने में डाक विभाग के प्रयासों की सराहना की, जो यह सुनिश्चित करता है कि लाभ लोगों को उनके दरवाजे तक पहुंचे। उन्होंने भारत में डिजिटल भुगतान के बढ़ते उपयोग और प्रधान मंत्री जन धन योजना (वित्तीय समावेशन कार्यक्रम) के तहत प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (डीबीटी) के माध्यम से बिचौलियों को खत्म करने पर भी जोर दिया।
केंद्रीय संचार राज्य मंत्री श्री देवुसिंह चौहान ने मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल को उनके समर्थन के लिए आभार व्यक्त किया और भारत में श्रमिकों के कल्याण के लिए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बनाई गई योजनाओं पर प्रकाश डाला।
उन्होंने यह सुनिश्चित करने के लिए कि अधिकतम संख्या में लोग बीमा लाभ प्राप्त कर सकें, भारत भर में 5,000 से अधिक डाकघर बनाने की योजना की घोषणा की।
अंत्योदय श्रमिक सुरक्षा योजना का लक्ष्य भारत में 28 करोड़ (280 मिलियन) श्रमिकों को कवर करना है, और इस योजना को जल्द ही आम जनता तक बढ़ा दिया जाएगा। मंत्री ने मुख्यमंत्री को आश्वासन दिया कि 60 दिनों के भीतर खेड़ा जिले के 1 लाख (100,000) गरीब परिवारों को इस योजना से लाभ मिलेगा।
Antyodaya Shramik Suraksha Yojana FAQs
Antyodaya Shramik Suraksha Yojana in Gujarat
Q: अंत्योदय श्रमिक सुरक्षा योजना क्या है?
Ans: अंत्योदय श्रमिक सुरक्षा योजना गुजरात में मजदूरों के लिए एक दुर्घटना बीमा योजना है, जिसका उद्देश्य दुर्घटनाओं या मृत्यु के मामले में वित्तीय स्थिरता प्रदान करना है।
Q: योजना का पायलट प्रोजेक्ट किसने लॉन्च किया?
Ans: योजना का पायलट प्रोजेक्ट गुजरात के नडियाद में मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल द्वारा लॉन्च किया गया था।
Q: योजना के मुख्य लाभ क्या हैं?
Ans: यह योजना दुर्घटनाओं के कारण मृत्यु या आंशिक विकलांगता के लिए मुआवजे की पेशकश करती है, जिसका प्रीमियम 289 से 499 रुपये तक है। इसमें मृत श्रमिकों के बच्चों के लिए शिक्षा सहायता भी शामिल है।
Q: योजना कितने श्रमिकों को कवर करेगी?
Ans: इस योजना का लक्ष्य भारत में 28 करोड़ (280 मिलियन) श्रमिकों को कवर करना है और इसे आम जनता तक बढ़ाया जाएगा।
Q: खेड़ा जिले में योजना को लागू करने की समय सीमा क्या है?
A: केंद्रीय संचार राज्य मंत्री ने आश्वासन दिया कि 60 दिनों के भीतर, गुजरात के खेड़ा जिले के 1 लाख (100,000) गरीब परिवारों को इस योजना से लाभ मिलेगा।
Antyodaya Shramik Suraksha Yojana Important Links
Official Website | Click Here |
हमारे Telegram ग्रुप से जुड़ें | Click Here |
होम पेज | Click Here |